भारत में अमेरिकी दूतावास ने सोमवार को कहा कि अमेरिका ने 15 दिसंबर से एच1बी और एच4 वीजा आवेदकों के लिए वीजा स्क्रीनिंग प्रक्रिया कड़ी कर दी है। जिसके तहत अब दोनों वीजा श्रेणियों के लिए प्रत्येक आवेदक की ऑनलाइन उपस्थिति की समीक्षा की जा रही है। यह प्रक्रिया न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के सभी देशों और राष्ट्रीयताओं के आवेदकों पर लागू होगी।
हजारों साक्षात्कार अचानक स्थगित कर दिये गये
दूतावास का बयान ऐसे समय आया है जब भारत में इस महीने के अंत में हजारों एच1बी वीजा आवेदकों के पहले से तय साक्षात्कार अचानक कई महीनों के लिए स्थगित कर दिए गए हैं। इससे बड़ी संख्या में भारतीय पेशेवरों की योजनाएं प्रभावित हुई हैं.
दूतावास ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की
एच1बी और एच4 वीजा आवेदकों के लिए वैश्विक अलर्ट: अमेरिकी दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 15 दिसंबर से, विदेश विभाग ने मानक वीजा स्क्रीनिंग के हिस्से के रूप में सभी एच1बी और एच4 आवेदकों के लिए ऑनलाइन उपस्थिति समीक्षा का विस्तार किया है।
नियम सभी देशों पर लागू होते हैं
दूतावास ने स्पष्ट किया कि जांच किसी एक देश तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक स्तर पर सभी राष्ट्रीयताओं के एच1बी और एच4 वीजा आवेदकों पर समान रूप से लागू की जा रही है।
भारतीय प्रोफेशनल्स पर पड़ेगा बड़ा असर
एच1बी वीजा का इस्तेमाल अमेरिकी तकनीकी कंपनियां बड़ी संख्या में विदेशी पेशेवरों को नियुक्त करने के लिए करती हैं। भारतीय पेशेवर विशेषकर आईटी क्षेत्र, इंजीनियरिंग और डॉक्टरेट से जुड़े लोग एच1बी वीजा धारकों का सबसे बड़ा समूह हैं। ऐसे में नई स्क्रीनिंग प्रक्रिया का भारतीय आवेदकों पर व्यापक असर पड़ने की संभावना है।
H1B दुरुपयोग को रोकने के प्रयास
दूतावास ने अपने बयान में कहा कि इस कदम का उद्देश्य एच1बी वीजा कार्यक्रम के दुरुपयोग को रोकना है। साथ ही यह सुनिश्चित करना कि अमेरिकी कंपनियां सर्वोत्तम अस्थायी विदेशी कर्मचारियों को काम पर रख सकें।