पाकिस्तानी प्रतिनिधि आसिम इफ्तिखार अहमद ने कहा कि भारत का एकतरफा निलंबन लोगों की जान को खतरे में डाल रहा है.
पाकिस्तान की अपील
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया था. इस कदम के बाद पाकिस्तान में बहने वाली नदियां मानो सूख गई हों. शाहबाज शरीफ का देश पानी की एक-एक बूंद के लिए प्यासा लग रहा था. भारत ने साफ कहा कि जब तक आतंकवाद खत्म नहीं होगा सिंधु जल संधि बहाल नहीं होगी. पाकिस्तान अब भारत के खिलाफ अपनी शिकायत लेकर संयुक्त राष्ट्र पहुंच गया है. पाकिस्तान ने भारत से संधि बहाल करने की अपील की है.
लोगों की जान और पर्यावरण खतरे में पड़ गया
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने सुरक्षा परिषद की बैठक में एक भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि भारत द्वारा सिंधु जल संधि को एकतरफा निलंबित करना जल संसाधनों का हथियारीकरण है, जो लाखों लोगों के जीवन और पर्यावरण दोनों को खतरे में डाल रहा है। अहमद ने कहा, भारत का कदम न केवल संधि के पत्र और भावना का उल्लंघन करता है, बल्कि डेटा साझाकरण पर अंकुश लगाने का भी खतरा है। लाखों लोगों की खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा खतरे में है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर मुद्दे की चर्चा
पाकिस्तान अब इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर ले जाने की कोशिश कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र में अहमद ने कहा, “भारत की हरकतें न केवल संधि का उल्लंघन करती हैं बल्कि पूरे क्षेत्र की पर्यावरणीय स्थिरता को भी खतरे में डालती हैं।” उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से जलवायु परिवर्तन और सशस्त्र संघर्ष से जुड़ी पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने और “संघर्ष-पूर्व रोकथाम” के लिए रणनीति विकसित करने का आह्वान किया।