ताइवान ने अपने आसपास चीनी सैन्य गतिविधि में बढ़ोतरी का संकेत दिया है। ताइवान के पास आठ युद्धपोत और छह लड़ाकू विमान सक्रिय देखे गए हैं। उनमें से तीन ने सीमा रेखा पार कर एडीआईजेड में प्रवेश किया। इस बीच ताइवान सरकार ने चीन के दबाव से निपटने के लिए 17 सूत्री राष्ट्रीय सुरक्षा योजना लागू की है.
8 चीनी युद्धपोत और 6 लड़ाकू विमान तैनात किए गए
ताइवान ने अपने जलक्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधि को लेकर चेतावनी दी है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने खुलासा किया कि सुबह 6 बजे तक, 8 चीनी युद्धपोत और 6 लड़ाकू जेट उनकी सीमा के पास सक्रिय देखे गए, जिनमें से तीन केंद्रीय रेखा को पार कर ताइवान के पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र में प्रवेश कर गए।
ताइवान के सशस्त्र बल लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं
ताइवान के मंत्रालय ने ट्विटर पर एक बयान में कहा, ताइवान के सशस्त्र बल लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं और हर गतिविधि का जवाब दे रहे हैं। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि चीनी विमानों का सीमा पार करना सीधे तौर पर ताइवान की सुरक्षा के लिए चुनौती है। पिछले कुछ महीनों में बीजिंग द्वारा इस तरह की घुसपैठ की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, जिससे ताइवान के सुरक्षा तंत्र को लगातार हाई अलर्ट पर रहना पड़ रहा है।
चीन के बढ़ते दबाव का असर
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब चीन लगातार ताइवान पर दबाव बना रहा है और उस पर कब्ज़ा करने की कोशिशें तेज़ कर रहा है। ताइवान ने हाल ही में अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति और रक्षा सुधार की समीक्षा की प्रक्रिया शुरू की है। इसके तहत वह खुद को सैन्य और तकनीकी रूप से मजबूत करने के लिए कदम उठा रहा है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चीन की गतिविधियां क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा पैदा करती हैं।
सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा योजना
कार्यकारी युआन के महासचिव के अनुसार, सरकार चीन से बढ़ते खतरों का मुकाबला करने के लिए अपने सैन्य और सुरक्षा बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रही है। यह पहल राष्ट्रपति विलियम ली की 17-सूत्रीय राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति का हिस्सा है, जिसकी घोषणा मार्च में की गई थी। इस रणनीति का उद्देश्य चीन की राजनीतिक, आर्थिक और डिजिटल घुसपैठ के खिलाफ देश की स्वायत्तता की रक्षा करना है।