World News: भारतीय सीमा पर चीन का हवाई किला… तवांग से महज 100 किमी दूर लाहुंगे एयरबेस पर विशाल फाइटर जेट हैंगर तैयार

Neha Gupta
2 Min Read

चीन भारतीय सीमा के पास तेजी से अपनी सैन्य क्षमताओं का विस्तार कर रहा है। चीन ने लाहोंग एयर बेस में कई बड़े बदलाव किए हैं। एयरबेस की हालिया तस्वीरों से पता चलता है कि इस साल निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ा है। एयरबेस पर लड़ाकू विमानों और हमलावर हेलीकॉप्टरों के लिए 36 नए, प्रबलित शेल्टर बनाए गए हैं। भारत से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित बेस का उन्नयन, वास्तविक नियंत्रण रेखा के करीब अपनी वायु शक्ति बढ़ाने के चीन के प्रयासों को दर्शाता है।

चीन के लहुनजेह एयर बेस के निर्माण ने भारत का ध्यान खींचा

अरुणाचल प्रदेश के तवांग से 100 किलोमीटर दूर स्थित लहुनजे एयर बेस पर चीन के निर्माण ने भारत का ध्यान खींचा है। बेस के फाइटर जेट शेल्टर, हैंगर और विस्तारित एप्रन संघर्ष की स्थिति में चीन को फायदा दे सकते हैं। इससे चीनी सेना भारतीय सीमा के पास तेजी से बड़े हथियार तैनात कर सकेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह भारत के लिए चेतावनी है।

आधार पर क्या चल रहा है?

ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस फर्म @detresfa की वेबसाइट पर पोस्ट की गई एक तस्वीर के मुताबिक, चीनी सेना लाहुंजे एयरबेस को तेजी से विकसित कर रही है। नए आश्रय स्थल, हैंगर और एप्रन का विस्तार किया जा रहा है। चीन इस एयरबेस का इस्तेमाल भविष्य में भारत के साथ संभावित टकराव में कर सकता है। हाल के वर्षों में चीन और भारत के बीच सीमा पर कई बार तनाव पैदा हुआ है। चीन ने हाल के वर्षों में भारतीय सीमा पर निर्माण कार्य काफी बढ़ा दिया है। इसने सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है, और तिब्बत और झिंजियांग में कई हवाई अड्डों और हेलीपोर्टों का निर्माण और उन्नयन भी किया है। एयरबेस को अपग्रेड करना अरुणाचल प्रदेश के आसपास के इलाकों के लिए महत्वपूर्ण है, जहां सड़क मार्ग से पहुंचना मुश्किल है। इसलिए एयरबेस बहुत महत्वपूर्ण है.

Source link

Share This Article