बीजिंग से आ रही खबरों के मुताबिक अमेरिका ने अपने नेशनल टाइम सेंटर पर बड़ा साइबर हमला किया है. चीन के दावे के मुताबिक ये अमेरिका का साइबर हमला था.
अमेरिका के हमले से चीन में हड़कंप मच गया
चीन की ओर से किए गए दावे के मुताबिक, अमेरिका के साइबर हमले से चीन को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. आरोप है कि अमेरिकी साइबर हमलों ने चीन के नेटवर्क संचार, वित्तीय और विद्युत प्रणालियों को प्रभावित किया है। जानकारों के मुताबिक इस आरोप से अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है.
चीन के रक्षा मंत्रालय ने लगाया आरोप
चीन के नेटवर्क संचार और विद्युत प्रणाली पर साइबर हमले के बाद, चीन के रक्षा मंत्रालय ने मामले को समझाते हुए एक WeChat पोस्ट में सार्वजनिक रूप से अमेरिका पर आरोप लगाया है। पोस्ट में आरोप लगाया गया कि 2022 में एक अमेरिकी एजेंसी ने नेशनल टाइम सर्विस सेंटर के कर्मचारियों के उपकरणों से संवेदनशील जानकारी चुरा ली।
अमेरिका ने चीनी हैकरों को ठहराया जिम्मेदार
एक तरफ चीन अमेरिकी सरकार पर सोशल मीडिया पर उनका निजी डेटा चुराने का आरोप लगा रहा है तो दूसरी तरफ अमेरिका चीनी सरकार से जुड़े हैकर्स पर बड़े आरोप लगा रहा है. अमेरिका का मानना है कि चीनी सरकार से जुड़े हैकरों ने अधिकारियों, पत्रकारों, कंपनियों और अन्य लोगों को निशाना बनाया है, जिससे अमेरिकी विद्युत प्रणाली को व्यापक नुकसान हुआ है।