पाकिस्तान को 12 प्रांतों में बांटने का नया प्रस्ताव दरअसल सिंध को तोड़ने और पीपीपी को कमजोर करने की साजिश है.
सेना की ताकत डगमगाने लगी?
पाकिस्तान में, असीम मुनीर ने पूरी सेना पर कब्ज़ा कर लिया है, फील्ड मार्शल बन गए हैं, इमरान खान के समर्थकों के विरोध को कुचल दिया है, और यहां तक कि संविधान को भी बदल दिया है ताकि अदालत में उन पर मुकदमा चलाना असंभव हो जाए। यहां के लोगों को इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है कि वहां क्या हो रहा है और वे वहां की राजनीति को नहीं समझते हैं. लेकिन ये समझना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि जब भी वहां की सेना की ताकत डगमगाने लगती है तो वो उत्पात शुरू कर देते हैं.
क्या फिर बदलेगा नक्शा?
पाकिस्तान के मंत्री अब्दुल अलीम खान ने कहा कि पाकिस्तान को 12 प्रांतों में बांटा जाएगा. क्योंकि छोटे प्रांतों में प्रशासन बेहतर होता है. वर्तमान में, चार प्रांत हैं और वे कह रहे हैं कि वे उन चार को बढ़ाकर बारह कर देंगे। वह कह रहे हैं कि तुर्की में भी छोटे-छोटे प्रांत हैं और भारत में भी बड़े राज्यों से अलग होकर कई नए छोटे राज्य बने हैं। तो पाकिस्तान को भी ऐसा ही करना होगा. लेकिन यह कोई भोला विचार नहीं है. मूल रूप से पाकिस्तान का विचार यह था कि कोई प्रांत नहीं होना चाहिए; कोई देश तो होगा ही.
भाषा के आधार पर नये राज्य?
यहां के लोग नहीं जानते होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आजादी के बाद 1956 में जब भारत ने भाषा के आधार पर अपने राज्य बनाए तो पाकिस्तान ने भी ऐसा ही किया? जब देश आजाद हुआ, तो कई रियासतें थीं, कई प्रांतों पर सीधे अंग्रेजों का शासन था और कई पर नवाब या राजा का शासन था। नवगठित पाकिस्तान में भी यही हुआ. तो, जैसा कि आप जानते हैं, 1956 में भारत में सभी राज्यों का विलय कर भाषा के आधार पर नए राज्य बनाए गए।