अमरुल्लाह सालेह ने पाकिस्तान के समर्थन पर तालिबान पर हमला बोला और बुरे दिनों की चेतावनी दी.
पाकिस्तान के 60 सैनिक मारे गये
तालिबान लड़ाकों की बमबारी ने पाकिस्तानी सेना की पोल खोल दी है. साथ ही इसने पाकिस्तानी हुक्मरानों को भी बेनकाब कर दिया है. जिस तरह से तालिबानी लड़ाकों ने पाकिस्तानी क्षेत्र में घुसकर 60 सैनिकों की हत्या कर दी. कहा जा रहा है कि इस्लामाबाद से लेकर रावलपिंडी तक स्थिति हिल गई है क्योंकि उन्होंने कई सैनिकों को बंधक बना लिया है. अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है.
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का पालन नहीं किया है
अमरुल्ला सालेह ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि जब पाकिस्तानी तालिबान को बनाने, उसका समर्थन करने और उससे लड़ने पर खेद व्यक्त करते हैं, तो वे अनजाने में उन सभी सबूतों की पुष्टि करते हैं। जो हम सालों से दिखाते आ रहे हैं. पाकिस्तान ने कभी भी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का पालन नहीं किया है और तालिबान को हर संभव तरीके से देश का शोषण करने की अनुमति नहीं दी है।
पाकिस्तान अपना पाप भोग रहा है
अमरुल्लाह सालेह ने लिखा कि पाकिस्तान के शासकों ने तालिबान मदरसे को अपने मदरसे में विलय करने का भी प्रस्ताव रखा. पाकिस्तानी राजनयिकों ने तालिबान की वकालत की और अफगानिस्तान की सामाजिक संरचना पर बार-बार सवाल उठाए और कहा कि तालिबान के बिना यह अप्राकृतिक लगेगा. पाकिस्तान अपने पापों का फल भुगत रहा है. बुरे दिन तो अभी आने बाकी हैं.