विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के भाषण के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री अपना चेहरा छिपाने पर मजबूर हो गए.
भूराजनीति में भारत की अहम भूमिका
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही भारत दौरे पर आने वाले हैं. इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर मॉस्को पहुंचे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भी मुलाकात की और आज एससीओ बैठक में भाग लिया। मुलाकात के दौरान उन्होंने भू-राजनीति में भारत की अहम भूमिका गिनाते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्री की मौजूदगी में कुछ ऐसा कह दिया, जिससे इशाक डार के चेहरे पर रौनक आ गई.
आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस: एस जयशंकर
मॉस्को में एससीओ शासनाध्यक्षों के सम्मेलन की एक बैठक में बोलते हुए उन्होंने कहा, “एससीओ की स्थापना अलगाववाद, उग्रवाद और आतंकवाद की तीन बुराइयों से निपटने के लिए की गई थी।” आज ये ख़तरे पहले से भी ज़्यादा गंभीर हो गए हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस दिखाना चाहिए और कहा कि भारत को अपने लोगों की रक्षा करने का पूर्ण अधिकार है और जरूरत पड़ने पर हम इस अधिकार का इस्तेमाल करेंगे.
पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र है
उन्होंने कहा कि “आतंकवाद को छिपाने के लिए कोई भी बहाना, देरी या प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” बैठक में पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार भी मौजूद थे और दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ बन गया है. जयशंकर का बयान ऐसे समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गूंज रहा है जब दिल्ली आतंकी हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगाया जा रहा है। इस हमले को पाकिस्तान में फल-फूल रहे जैश-ए-मोहम्मद समूह से जोड़ा गया है और पड़ोसी देश “ऑपरेशन सिन्दूर पार्ट 2” से डर रहे हैं।