बौंडी बीच शूटिंग: बौंडी से लास वेगास तक, दुनिया की सबसे बड़ी गोलीबारी की खोज करें

Neha Gupta
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रविवार, 14 दिसंबर को सिडनी के प्रसिद्ध बॉन्डी बीच पर हुई सामूहिक गोलीबारी ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। हमले में 12 लोग मारे गए, यह हमला शाम को हुआ जब लोग हनुक्का उत्सव मना रहे थे। इसके साथ ही कई अन्य लोगों के घायल होने की भी खबर है. हमले के वक्त समुद्र तट पर करीब 2,000 लोग मौजूद थे, जिससे पूरे इलाके में दहशत और अफरा-तफरी मच गई. इस घटना ने एक बार फिर वैश्विक स्तर पर सामूहिक गोलीबारी की बढ़ती घटनाओं पर चिंता बढ़ा दी है।

दुनिया भर में बढ़ता खतरा

हार्वर्ड शोध के अनुसार, 1966 से 2012 के बीच हुई 292 सामूहिक गोलीबारी में से एक तिहाई अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थीं। इस खतरनाक गतिविधि ने दुनिया के कई देशों को भयभीत कर दिया है।

  • केप टाउन (2025) – बार में अंधाधुंध गोलीबारी, 11 की मौत
  • लेविस्टन, मेन (2023) – तीन गोलीबारी में कम से कम 22 लोग मारे गए
  • उवाल्डे, टेक्सास (2022) – रॉब एलीमेंट्री स्कूल पर हमला, 19 छात्र और 2 शिक्षक मारे गए
  • न्यूज़ीलैंड (2019) – क्राइस्टचर्च मस्जिद में गोलीबारी, 51 की मौत
  • लास वेगास (2017) – अमेरिकी इतिहास में सबसे घातक सामूहिक गोलीबारी, 59 लोग मारे गए
  • नॉर्वे, 2011 – आधुनिक इतिहास में सबसे घातक सामूहिक गोलीबारी में से एक, जिसमें 77 लोग मारे गए।
  • वर्जीनिया टेक, 2007 – वर्जीनिया के ब्लैक्सबर्ग में वर्जीनिया टेक विश्वविद्यालय में एक बंदूकधारी ने 32 छात्रों और शिक्षकों की हत्या कर दी और फिर आत्महत्या कर ली।
  • ऑस्टिन, संयुक्त राज्य अमेरिका, 1966 – टेक्सास विश्वविद्यालय के क्लॉक टॉवर के ऊपर बैठे एक स्नाइपर ने गोलीबारी की, जिसमें 15 लोग मारे गए। साथ ही 30 से ज्यादा लोग घायल भी हो गए.

ये घटनाएं स्पष्ट रूप से संकेत देती हैं कि बड़े पैमाने पर गोलीबारी एक गंभीर वैश्विक समस्या बनती जा रही है, जिससे त्योहारी माहौल में भी सुरक्षा को खतरा है। ऑस्ट्रेलिया के इस शांत समुद्र तट पर हुए हमले से स्थानीय लोगों में गहरा दुख और आक्रोश है। सुरक्षा एजेंसियां ​​फिलहाल मामले की गहनता से जांच कर रही हैं.

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