रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर उनका जोरदार स्वागत किया. दोनों नेताओं के बीच शाम 7:30 बजे प्रधानमंत्री आवास पर रात्रिभोज का कार्यक्रम रखा गया, जो उनकी निजी दोस्ती को दर्शाता है. हालाँकि, इन साक्षात्कारों के बीच एक दिलचस्प तुलना सामने आई। जहां भारत में शाम 7-7:30 बजे के आसपास ज्यादातर लोग परिवार के साथ शाम की चाय पी रहे होते हैं, वहीं रूस में आमतौर पर ज्यादातर लोग रात का खाना खत्म कर चुके होते हैं।
रूस में 7 बजे डिनर क्यों?
मास्टर रशिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, रूसियों का भोजन का समय भारत की तुलना में पहले होता है। रूस में दिन के तीन मुख्य भोजन हैं ‘जावत्रक’ (नाश्ता), ‘ओबेद’ (दो बजे के आसपास दोपहर का भोजन) और ‘उजिन’ (रात का खाना)। यह ‘उजिन’ (रात का खाना) आमतौर पर शाम 6 से 7 बजे के आसपास परोसा जाता है। यह भोजन दिन का दूसरा सबसे बड़ा भोजन है। काम और स्कूल से घर लौटने के बाद यही एकमात्र समय होता है, जब पूरा परिवार एक साथ बैठकर बातें कर सकता है और टीवी देख सकता है।
रूस में रात के खाने के लिए क्या है?
एक सामान्य रूसी रात्रिभोज में एक क्षुधावर्धक और एक गर्म मुख्य व्यंजन होता है, जिसमें आलू, मांस या मछली शामिल होती है। दिलचस्प बात यह है कि रूसी लोग रात के खाने के बाद चीनी या जैम वाली चाय पीना पसंद करते हैं। इस समय के अंतर से पता चलता है कि दोनों देशों की सांस्कृतिक खान-पान की आदतें कितनी अलग हैं।
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