भारत ने लॉस एंजिल्स, अमेरिका में एक नया भारतीय कांसुलर एप्लिकेशन सेंटर (ICAC) लॉन्च किया है। वीएफएस ग्लोबल द्वारा प्रबंधित, केंद्र 15 दिसंबर को पूरी तरह से चालू हो गया। लॉस एंजिल्स में भारत के वाणिज्य दूतावास के अनुसार, नए केंद्र का उद्देश्य क्षेत्र में रहने वाले भारतीय पर्यटकों को कांसुलर सेवाओं तक आसान और तेज़ पहुंच प्रदान करना है।
कांसुलर आवेदन केंद्रों की कुल संख्या बढ़कर 17 हो गई
नया आईसीएसी पासपोर्ट और वीजा आवेदन, ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया (ओसीआई), भारतीय नागरिकता का त्याग, पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट, ग्लोबल एंट्री प्रोग्राम, सर्टिफिकेट और अन्य कांसुलर सेवाएं एक ही छत के नीचे लाएगा। इससे लोगों का समय बचेगा और अलग-अलग जगहों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लॉस एंजिल्स केंद्र के उद्घाटन से संयुक्त राज्य अमेरिका में वीएफएस ग्लोबल द्वारा संचालित भारतीय कांसुलर एप्लिकेशन केंद्रों की कुल संख्या 17 हो गई है। अगस्त की शुरुआत में बोस्टन, कोलंबस, डलास, डेट्रॉइट, एडिसन, ऑरलैंडो, रैले और सैन जोस में आठ नए केंद्र खोले गए। इन केंद्रों का उद्देश्य कांसुलर सेवाओं को अधिक सुलभ और कुशल बनाना है।
बहुत से लोगों को फायदा होगा
1 अगस्त, 2025 से प्रभावी, प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करते हुए, पासपोर्ट, वीजा, ओसीआई, आत्मसमर्पण प्रमाणपत्र, जीवन प्रमाणपत्र, जन्म और विवाह प्रमाणपत्र, पुलिस मंजूरी और प्रमाणपत्र जैसी सभी कांसुलर सेवाएं केवल वीएफएस ग्लोबल सेंटरों के माध्यम से पेश की जाएंगी। वीएफएस ग्लोबल के अमेरिका प्रमुख अमित कुमार शर्मा ने कहा कि लॉस एंजिल्स भारतीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यहां एक नया आईसीएसी खोलना लगभग 5.3 मिलियन भारतीय प्रवासियों को बेहतर और अधिक सुविधाजनक सेवाएं प्रदान करने के भारत सरकार के दृष्टिकोण का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि रिटर्न कूरियर सेवा अब मानक किराए में शामिल है, और फोटोकॉपी और फॉर्म भरने जैसी सेवाएं बिना किसी अतिरिक्त लागत के प्रदान की जाती हैं।
ओसीआई मामलों के लिए लंबित आवेदन कम हुए
कंपनी के अनुसार, सप्ताहांत सेवाओं और काम के घंटों में वृद्धि से पासपोर्ट और ओसीआई मामलों के लिए आवेदनों का बैकलॉग कम हो गया है। न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को और एडिसन में सबसे अधिक संख्या में आवेदन दर्ज किए गए। नए केंद्रों से भविष्य में भारतीय समुदाय को और अधिक राहत मिलने की उम्मीद है।