रूस ने समुद्र के अंदर परमाणु पनडुब्बी ड्रोन का परीक्षण किया है, जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है. इस बात की जानकारी खुद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दी है. पुतिन के इस ऐलान के बाद अमेरिका से लेकर यूरोपीय यूनियन तक के लोग हैरान हो गए हैं. पुतिन की घोषणा का असर यह हुआ कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तत्काल परमाणु परीक्षण का आदेश दिया है.
मानव रहित पनडुब्बी ड्रोन पोसीडॉन का परीक्षण किया गया
पोसीडॉन नाम के इस ड्रोन की क्षमताओं के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है। पुतिन ने कहा कि परमाणु-सक्षम स्वचालित मानव रहित पनडुब्बी ड्रोन पोसीडॉन का परीक्षण किया गया है, उन्होंने कहा कि यह रूस की सबसे शक्तिशाली सरमाट मिसाइल से भी अधिक शक्तिशाली है।
इस मिसाइल को रूसी सेना में शामिल किया जाएगा
पोसीडॉन ड्रोन का परीक्षण एक पनडुब्बी द्वारा किया गया था। यह ड्रोन एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र से लैस है जो एक बड़ी पनडुब्बी के रिएक्टर से 100 गुना छोटा है। पुतिन ने यह भी कहा कि जल्द ही सम्राट मिसाइल को रूसी सेना में शामिल किया जाएगा.
पोसीडॉन का रिएक्टर बेहद खास है
पुतिन ने इस बारे में आगे कहा कि यह रिएक्टर अद्भुत है, उन्होंने कहा कि इसे बनाने में अंतरिक्ष तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया है. गौरतलब है कि पुतिन ने अपने 2018 स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन में परमाणु-सक्षम ड्रोन के निर्माण का उल्लेख किया था। पुतिन ने मंगलवार को कहा कि पोसीडॉन ड्रोन परीक्षण के दौरान सफल रहा, हालांकि उन्होंने अधिक जानकारी नहीं दी.
समुद्री तटों पर सुनामी उत्पन्न करने की क्षमता
हालाँकि राष्ट्रपति पुतिन ने पोसीडॉन के बारे में विशेष जानकारी नहीं दी, लेकिन रूसी मीडिया के अनुसार, ड्रोन को तट के करीब विस्फोट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। विस्फोट इतना शक्तिशाली हो सकता है कि रेडियोधर्मी पानी से भरी सुनामी उत्पन्न हो सकती है, जो तटीय क्षेत्रों के लिए विनाशकारी साबित हो सकती है।