मेडागास्कर में एक सप्ताह तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिला क्योंकि अपदस्थ राष्ट्रपति एंड्री राजोलिना की नागरिकता छीन ली गई।
राष्ट्रपति की नागरिकता रद्द कर दी गई
नेपाल में क्रांति के बाद अब मेडागास्कर में जेन-जेड कार्यकर्ताओं ने विद्रोह का आह्वान किया है। मेडागास्कर में जेन-जेड कार्यकर्ताओं का विद्रोह इस हद तक बढ़ गया कि राष्ट्रपति एंड्रे राजोली देश छोड़कर भाग गए। राष्ट्रपति के इस कदम के बाद सैन्य जुंटा ने अपदस्थ राष्ट्रपति एंड्री राजोलिना से उनकी नागरिकता छीन ली है. जानकारी के मुताबिक रजौली किसी अज्ञात स्थान पर भाग गयी है.
नये प्रधानमंत्री ने नये कानूनों की घोषणा की
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेडागास्कर में जेन-जेड आंदोलनकारियों द्वारा तख्तापलट के बाद, देश के नवनिर्वाचित प्रधान मंत्री, हेरिंत्सलामा राजोनारिवेल ने मेडागास्कर के उन लोगों की नागरिकता को रद्द करने वाले कानून पर हस्ताक्षर किए हैं, जो मेडागास्कर में रहते हैं, लेकिन दूसरे देश की नागरिकता रखते हैं। राजोलिना 2023 के चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए चुनी गईं।
कब शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन?
मेडागास्कर में जेन-जेड आंदोलनकारियों के विरोध का मुख्य कारण मेडागास्कर जो उस समय एक पूर्व फ्रांसीसी उपनिवेश था और अपदस्थ राष्ट्रपति राजोली की फ्रांसीसी नागरिकता को माना जाता है। इसके अलावा 25 सितंबर को देश में बिजली और पानी के मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. जिसमें सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 22 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिसके बाद आंदोलन ने तूल पकड़ लिया.