ईरान में बंधक बनाए गए गुजरात के 4 युवक आखिरकार मुक्त होकर सुरक्षित भारत लौट आए हैं। जब ये चारों युवक ऑस्ट्रेलिया जाने की कोशिश कर रहे थे तो ईरान में इनका अपहरण कर लिया गया. अपहरणकर्ताओं ने ईरान में युवाओं को बंधक बना लिया और उनके परिवारों से बड़ी फिरौती मांगी। सूत्रों के मुताबिक, अपहरणकर्ताओं ने 2 करोड़ रुपये की बड़ी रकम की मांग की, जिससे परिवार घबरा गया. यह पूरा अध्याय उन युवाओं के लिए एक बड़ा सबक प्रदान करता है जो अवैध रूप से विदेश जाने के प्रलोभन का शिकार हो जाते हैं।
गांधीनगर पुलिस द्वारा पूछताछ कार्यवाही
युवक की सुरक्षित भारत वापसी के बाद अब कानूनी और प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. रिहा किये गये इन चारों युवकों से गांधीनगर पुलिस विस्तृत पूछताछ करेगी. पूछताछ का मुख्य उद्देश्य अपहरण के पूरे इतिहास की जानकारी प्राप्त करना है, अपहरणकर्ता कौन थे, फिरौती कैसे और किसे दी गई और अवैध स्वदेश वापसी के रैकेट में और कौन शामिल था। पुलिस एक अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ करना चाहती है.
शिकायत दर्ज कर अपराध दर्ज करने की तैयारी
रिहा किए गए युवकों से गांधीनगर पुलिस पूछेगी कि क्या वे पूरी घटना के संबंध में अपहरणकर्ताओं और अवैध एजेंटों के खिलाफ कानूनी शिकायत दर्ज करना चाहते हैं। अगर ये चारों युवक या उनके परिजन शिकायत दर्ज कराने को तैयार हैं तो पुलिस तुरंत अपहरण और रंगदारी का मामला दर्ज कर आगे की सख्त कार्रवाई करेगी. पुलिस की यह तत्परता दर्शाती है कि सरकार अवैध स्वदेश वापसी के रैकेट पर नकेल कसने को लेकर गंभीर है और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है.